ओ खेतों की महक

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ओ खेतों की महक, ओ झुमरों का नाचना;
बड़ा याद आता है, तेरे साथ हर पल;
मन करता है तेरे पास आकर बैसाखी का आनंद लूँ;
पर क्या करूं काम की मजबूरी है;
फिर भी दोस्त तू मेरे दिल में मेरे साथ है।
बैसाखी की शुभ कामनायें!

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