हमारा विश्वास पहाड़ को भी खिसका सकता है और हमारा शक रिश्तों में पहाड़ खड़ा SHARE FacebookTwitter हमारा विश्वास पहाड़ को भी खिसका सकता है और हमारा शक रिश्तों में पहाड़ खड़ा कर सकता है। SHARE FacebookTwitter
कोयल अपनी भाषा बोलती है, इसलिये आज़ाद रहती है, किंतु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है,.......Read Full Message