दर्पण में मुख और संसार में सुख होता नहीं है बस दिखता है। SHARE FacebookTwitter दर्पण में मुख और संसार में सुख होता नहीं है बस दिखता है। SHARE FacebookTwitter
कोयल अपनी भाषा बोलती है, इसलिये आज़ाद रहती है, किंतु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है,.......Read Full Message