हर बार की तरह इस बार भी 'आंसू' बहाऊंगा SHARE FacebookTwitter हर बार की तरह इस बार भी 'आंसू' बहाऊंगा; तुम मुझसे दूर हो तो मैं कैसे ये 'ईद' मनाऊंगा; एक तरफ 'ईद' की ख़ुशी और एक तरफ 'तेरा' गम; छोड़ी है बात 'तुम' पे तुम ही 'जानों;' मैं अपने अंदर के जख्म 'किसी' को ना दिखाऊंगा। ईद मुबारक!More SHARE FacebookTwitter
आज खुदा की हम पर हो मेहरबानी; करदे माफ़ हम लोगो की सारी नाफ़रमानी; ईद का दिन आज आओ म.......Read Full Message
आज खुदा की हम पर हो मेहरबानी; करदे माफ़ हम लोगो की सारी नाफ़रमानी; ईद का दिन आज आओ म.......Read Full Message
तू मेरी दुआओं में शामिल है इस तरह; फूलों में होती है खुशबु जिस तरह; अल्लाह तु.......Read Full Message
हर बार की तरह इस बार भी 'आंसू' बहाऊंगा; तुम मुझसे दूर हो तो मैं कैसे ये 'ईद' मनाऊंगा; एक तरफ 'ईद' की ख़ुशी और एक तरफ 'तेरा' गम; छोड़ी है बात 'तुम' पे तुम ही 'जानों;' मैं अपने अ.......Read Full Message
तू मेरी दुआओं में शामिल है इस तरह; फूलों में होती है खुशबु जिस तरह; अल्लाह तु.......Read Full Message
हर बार की तरह इस बार भी 'आंसू' बहाऊंगा; तुम मुझसे दूर हो तो मैं कैसे ये 'ईद' मनाऊंगा; एक तरफ 'ईद' की ख़ुशी और एक तरफ 'तेरा' गम; छोड़ी है बात 'तुम' पे तुम ही 'जानों;' मैं अपने अ.......Read Full Message