ठोकर इसलिए नहीं लहटी कि इंसान गिर ही जाये बल्कि ठोकर इसलिए लगती है कि SHARE FacebookTwitter ठोकर इसलिए नहीं लहटी कि इंसान गिर ही जाये बल्कि ठोकर इसलिए लगती है कि इंसान संभल जाये! सुप्रभात! SHARE FacebookTwitter