कहीं अँधेरा तो कहीं शाम होगी

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कहीं अँधेरा तो कहीं शाम होगी;
मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी;
कुछ मांगकर तो देखो हमसे;
सारी जिंदगी तेरे नाम होगी।
शुभ रात्रि।

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