जिस प्रकार एक गाय का बछड़ा, हज़ारों गायो में अपनी माँ के पीछे चलता है उसी तरह कर्म आदमी के पीछे चलते हैं।
किसी भी मनुष्य की वर्तमान स्थिति देख के उसके भविष्य का उपहास मत उड़ाओ;
क्योंकि
काम में इतनी शक्ति है कि वो एक मामूली से कोयले को धीरे-धीरे हीरे में बदल देती है।