बुराई से असहयोग करना मानव का पवित्र कर्तव्य है। जो हाथ सेवा के लिए उठते हैं SHARE FacebookTwitter बुराई से असहयोग करना मानव का पवित्र कर्तव्य है। जो हाथ सेवा के लिए उठते हैं, वे प्रार्थना करते होंठों से पवित्र हैं। SHARE FacebookTwitter
एक उपहार तभी अच्छी और पवित्र लगता हैं जब वह दिल से किसी सही व्यक्ति को सही समय और सही जगह पर दिया जायें.और .......Read Full Message
मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है;और लगात.......Read Full Message