नए वर्ष में नई पहल हो। कठिन ज़िंदगी और सरल हो।। अनसुलझी जो रही पहेली। अब शायद उसका

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नए वर्ष में नई पहल हो। कठिन ज़िंदगी और सरल हो।। अनसुलझी जो रही पहेली। अब शायद उसका भी हल हो।। जो चलता है वक्त देखकर। आगे जाकर वही सफल हो।। नए वर्ष का उगता सूरज। सबके लिए सुनहरा पल हो।। समय हमारा साथ सदा दे। कुछ ऐसी आगे हलचल हो।। सुख के चौक पुरें हर द्वारे। सुखमय आँगन का हर पल हो।।

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