माँ तुम आओ सिंह की सवार बन कर ! माँ तुम आओ रंगो की फुहार बनकर

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माँ तुम आओ सिंह की सवार बन कर ! माँ तुम आओ रंगो की फुहार बनकर ! माँ तुम आओ पुष्पों की बहार बनकर ! माँ तुम आओ सुहागन का श्रृंगार बनकर ! माँ तुम आओ खुशीयाँ अपार बनकर ! माँ तुम आओ रसोई में प्रसाद बनकर ! माँ तुम आओ रिश्तो में प्यार बनकर ! माँ तुम आओ बच्चो का दुलार बनकर ! माँ तुम आओ व्यापार में लाभ बनकर ! माँ तुम आओ समाज में संस्कार बनकर ! माँ तुम आओ सिर्फ तुम आओ, क्योंकि तुम्हारे आने से ये सारे सुख खुद ही चले आयेगें ।। तुम्हारे दास बनकर ! -नवरात्र की बहुत बहुत शुभकामनाएं

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