है दफ़न मुझमे कितनी रौनके मत पूछ ऐ दोस्त

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है दफ़न मुझमे कितनी रौनके मत पूछ ऐ दोस्त..हर बार उजड़ के भी बस्ता रहा वो शहर हूँ मैं!!

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