बच्चों को खिलाकर जब सुलादेती है माँ

SHARE

बच्चों को खिलाकर जब सुलादेती है माँ , तब जाकर थोडा सा सुकोन पाती है माँ ; रूह के रिश्तों की ये गहरायीतो देखो , चोट लगती है हमें और चिल्लातीहै माँ ; मांगती नहीं अपने लिए कुछ भी भगवान से , अपने बच्चों के लिए दामन फैलाती है माँ ; प्यार कहते हैं किसे ? और ममता क्या चीज़ है ?, कोई उन बच्चों से पूछे जिनकी गुज़र जाती है माँ ; चाहे हम खुशियों में माँ को भूल जाएँ , जब मुसीबत सर पर आती है तो याद आती है माँ. love u माँ....

SHARE