तुमने चाहा ही नहीं SHARE FacebookTwitter तुमने चाहा ही नहीं, हालात बदल सकते थे; तेरे आंसू मेरी आँखों से निकल सकते थे; तुम तो ठहरे रहे झील के पानी की तरह; दरिया बनते तो बहुत दूर निकल सकते थे! More SHARE FacebookTwitter
प्रेमिका: जब हमारी शादी हो जायेगी! मैं तुम्हारी सारी चिन्तायें और कष्ट बांट लूंगी। प्रेमी: मुझे तुमसे यही उम्मी.......Read Full Message
एक प्रेमी ने अपने प्रेमिका से कहा! मैं तुम्हारी जुल्फों से खेलना चाहता हूँ! प्.......Read Full Message
प्रेमी प्रेमिका को शादी के लिये मना करता हुआ! प्रेमी: भगवान् के लिये कुछ दिन रुक जाओ! मैं तुम्हें .......Read Full Message