रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलू हैं SHARE FacebookTwitter रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं और कभी रास्तों पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं।More SHARE FacebookTwitter