"धर्म-अधर्म" सिर्फ सुखों के समय में दिखता है। SHARE FacebookTwitter "धर्म-अधर्म" सिर्फ सुखों के समय में दिखता है। मुसीबत में तो सिर्फ "इंसानियत" का, धर्म काम आता है। SHARE FacebookTwitter
कोयल अपनी भाषा बोलती है, इसलिये आज़ाद रहती है, किंतु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है,.......Read Full Message