सदा दूर रहो ग़म की परछाइयों से SHARE FacebookTwitter सदा दूर रहो ग़म की परछाइयों से; सामना न हो कभी तन्हाईओं से! हर अरमान, हर ख्वाब पूरा हो आपका; यही दुआ है दिल की गहराइयों से! नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें! More SHARE FacebookTwitter
एक बिहारी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान उसको अमृत देते हैं तो वो मना कर देता है। भगव.......Read Full Joke
अकबर, बीरबल से, "हमारी मूंछ के कितने बाल हैं?" बीरबल: 12256। अकबर: अगर कम ज्यादा हों तो?.......Read Full Joke