डॉक्टर (मरीज़ से): जानते हो मैं बचपन में चाहता था कि मैं बड़ा होकर डाकू SHARE FacebookTwitter डॉक्टर (मरीज़ से): जानते हो मैं बचपन में चाहता था कि मैं बड़ा होकर डाकू बनूं। मरीज़ (डॉकटर का बिल देखते हुए): बहुत खुशकिस्मत हैं आप, वरना आज-कल किसके सपने पूरे होते हैं।More SHARE FacebookTwitter
एक औरत डॉक्टर के पास गयी और बोली, "डॉक्टर साहब कब्ज़ की शिकायत रहती है। बहुत इलाज़ करवाया फिर भी टट्टी खुल कर नही.......Read Full Joke