हम आज भी शतरंज का खेल अकेले खेलते हैं! SHARE FacebookTwitter हम आज भी शतरंज का खेल अकेले खेलते हैं! क्योंकि दुश्मनों को हम सामने बिठाते नहीं और 'दोस्तों' के खिलाफ चाल चलना हमें आता नहीं।More SHARE FacebookTwitter
एक बिहारी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान उसको अमृत देते हैं तो वो मना कर देता है। भगव.......Read Full Joke
अकबर, बीरबल से, "हमारी मूंछ के कितने बाल हैं?" बीरबल: 12256। अकबर: अगर कम ज्यादा हों तो?.......Read Full Joke