उस दिल की बस्ती में आज अजीब सा सन्नाटा हैउस दिल की बस्ती में आज अजीब सा सन्नाटा हैजिस में कभी तेरी हर बात पर महफिल सजा करती थी
मयखाने से पूछा आज इतना सन्नाटा क्यों हैमयखाने से पूछा आज इतना सन्नाटा क्यों हैबोला साहब लहू का दौर है शराब कौन पीता है