दिल में अब यूँ तेरे भूले हुये ग़म आते हैंदिल में अब यूँ तेरे भूले हुये ग़म आते हैंजैसे बिछड़े हुये काबे में सनम आते हैं
हमें भुलाकर सोना तो तेरी आदत ही बन गई हैहमें भुलाकर सोना तो तेरी आदत ही बन गई है, अय सनमकिसी दिन हम सो गए तो तुझे नींद से नफ़रत हो जायेगी