तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगीतुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगीवरना हमको कहां तुम से शिकायत होगीये तो बेवफ़ा लोगों की दुनिया हैतुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी
रात से शिकायत क्या बस तुम्हीं से कहना हैरात से शिकायत क्या बस तुम्हीं से कहना हैबस तुम ज़रा ठहर जाओ रात कब ठहरती है
सर-ऐ-आम मुझे ये शिकायत है ज़िन्दगी सेसर-ऐ-आम मुझे ये शिकायत है ज़िन्दगी से;क्यूँ मिलता नहीं मिजाज मेरा किसी से...?