कहाँ तक सुनेगी रात कहाँ तक सुनाएंगे हमकहाँ तक सुनेगी रात कहाँ तक सुनाएंगे हमशिकवे सारे सब आज तेरे रुबरु करें
तमाम रात मेरे घर का एक दर खुला रहातमाम रात मेरे घर का एक दर खुला रहामैं राह देखती रही वो रास्ता बदल गया
अपने अपने किये पे हैं हम दोनों इतने शर्मिंदाअपने अपने किये पे हैं हम दोनों इतने शर्मिंदादिल हम से कतराता है और हम दिल से कतराते हैं