इल्जाम न दे मुझको तूने ही सिखाई बेवफाई हैइल्जाम न दे मुझको तूने ही सिखाई बेवफाई हैदेकर के धोखा मुझे मुझको दी रुसवाई हैमोहब्बत में दिया जो तूने वही अब तू पाएगीपछताना छोड़ दे तू भी औरों से धोखा खायेगी
साथ में गुजारी हर वोसाथ में गुजारी हर वो, शाम भूल गएमोहब्बत वाली बातें, तमाम भूल गएकायनात में कायम,बहुत कम ही रहते हैं अपने वादे पेफिर भी, गिला यही है कि तुम मेरा, नाम भूल गए
मोहब्बत का कोई एहसास अब सच्चा नही लगतामोहब्बत का कोई एहसास अब सच्चा नही लगतामें उसको भूल जाऊंगा मुझे ऐसा नही लगतामुझे उससे मोहब्बत तो नही है फिर भी जाने क्योंउसे देखू किसी के साथ तो अच्छा नही लगता
घायल कर के मुझे उसने पूछाघायल कर के मुझे उसने पूछा, करोगे क्या फिर मोहब्बत मुझसेलहू-लहू था दिल मेरा मगर, होंठों ने कहा बेइंतहा-बेइंतहा
जा माफ कियाजा माफ किया, जी ले अपनी मर्जी की जिंदगीहम मोहब्बत के बादशाह हैं बेवफाओं को मुँह नहीं लगाते