जनाजा रोक कर वो मेरा कुछ इस अन्दाज़ मे बोलेजनाजा रोक कर वो मेरा कुछ इस अन्दाज़ मे बोलेगली छोड्ने को कहा था, तुमने तो दुनियां ही छोड दी
जिस रंग में देखो उसे वो पर्दानशीं हैजिस रंग में देखो उसे वो पर्दानशीं हैऔर उस पे ये पर्दा है कि पर्दा ही नहीं हैमुझ से कोई पूछे तेरे मिलने की अदायेंदुनिया तो यह कहती है कि मुमकिन ही नहीं है
खुशनसीब हैं वो जो दिल मे किसी को जगह देते हैंखुशनसीब हैं वो जो दिल मे किसी को जगह देते हैंबेचैनी सहकर भी दूसरों को हंसना सिखा देते हैंदुनियावाले लाख चाहें बदनाम उन्हें कर लेंमगर वो अपनी सादगी से हर दिल में जगह बना लेतें हैं
Hindi Shayari, Satrangi aasama waleसतरंगी अरमानों वाले, सपने दिल में पलते हैआशा और निराशा की, धुन में रोज मचलते हैं बरस-बरस के सावन सोंचे, प्यास मिटाई दुनिया कवो क्या जाने दीवाने तो सावन में ही जलते है ..!