तेरा अक्स गढ़ गया है आँखों में कुछ ऐसातेरा अक्स गढ़ गया है आँखों में कुछ ऐसासामने खुदा भी हो तो दिखता है हू-ब-हू तुझ जैसा
देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैंदेख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं,दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके हैं,नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रास्ते से हो कर,फिर ये क़दमों के निशान किसके हैं
देखो आपकी आँखों से गुफ्तगू करके साहबदेखो आपकी आँखों से गुफ्तगू करके साहबमेरी आँखों ने भी बोलना सीख लिया
आँखों में आंसुओं की लकीर बन गयीआँखों में आंसुओं की लकीर बन गयीजैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गयीहमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थीगौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गयी
आँखों से दूर दिल के करीब थाआँखों से दूर दिल के करीब था, मैं उस का वो मेरा नसीब था;न कभी मिला न जुदा हुआ, रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था