शायर हूँ शायरी अर्ज़ करता हूँ जो इतनी भी नहीं है बुरीशायर हूँ शायरी अर्ज़ करता हूँ जो इतनी भी नहीं है बुरीशायर हूँ शायरी अर्ज़ करता हूँ जो इतनी भी नहीं है बुरीचुपचाप सुन लो नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगेक्योंकि मेरे पास है छुरी
कोई शायर तो कोई फकीर बन जायेकोई शायर तो कोई फकीर बन जायेआपको जो देखे वो खुद तस्वीर बन जायेना फूलों की ज़रूरत ना कलियों कीजहाँ आप पैर रख दो वहीं कश्मीर बन जाये
दिल को हल्का कर लेता हूँ लिख-लिख करदिल को हल्का कर लेता हूँ लिख-लिख करलोग समझते हैं मैं शायर हो गया हूँ
शायर तो हम है शायरी बना देंगेशायर तो हम है शायरी बना देंगेआपको शायरी मे क़ैद कर लेंगेकभी सुनाओ हमें अपनी आवाज़आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे