खौफ और खून हमेशा आँखों में रखोखौफ और खून हमेशा आँखों में रखो...क्यूंकिहथियारों से सिर्दुश्मनों की हड्डिया टूटती है होसले नही..!शहर भर में हमारी दो ही पहचान है...!नवाबी आदतें और शराबी आँखें!
कभी उलझ पड़े खुदा से कभी साक़ी से हंगामाकभी उलझ पड़े खुदा से कभी साक़ी से हंगामाना नमाज अदा हो सकी ना शराब पी सके
ना दिखा हुनर अपने जलवो का ना दिखा हुनर अपने जलवो का ...ये देखते देखते एक उम्र गुजर गई शराब बोतल मे बंद है अच्छा है ..नशा तब होता है जब खुल गई
मेरा सहारा तो शराब का प्याला हैमेरा सहारा तो शराब का प्याला हैजख्मो ने मुझे 926र्द देकर पाला हैठोकर मारकर गिराया ख़ुशी ने मुझेतो हाथ बढ़कर गमो ने संभाला ह