किसी के जख़्म का मरहमकिसी के जख़्म का मरहम, किसी के ग़म का इलाज़लोगों ने बाँट रखा है, मुझे दवा की तरह
उन लोगों का क्या हुआ होगाउन लोगों का क्या हुआ होगाजिनको मेरी तरह ग़म ने मारा होगाकिनारे पर खड़े लोग क्या जानेडूबने वाले ने किस-किस को पुकारा होगा
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्सेसमेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्सेअगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी