जुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहींजुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहींआइने की सादगी से झूठ की पटती नहींज़िंदगी में गम नहीं फिर ज़िंदगी में क्या मजासिर्फ खुशियों के सहारे ज़िंदगी कटती नहीं