मोहब्बत सेमोहब्बत से, इनायत से, वफ़ा से चोट लगती हैबिखरता फूल हूँ, मुझको हवा से चोट लगती हैमेरी आँखों में आँसू की तरह इक रात आ जाओतकल्लुफ़ से, बनावट से, अदा से चोट लगती है
मोहब्बत नहीं है कोई किताबों की बाते!मोहब्बत नहीं है कोई किताबों की बातेसमझोगे जब रो कर कुछ काटोगे रातेंजो चोरी हो गया तो पता चला दिल था हमाराकरते थे हम भी कभी किताबों की बाते