लोग पूछते हैं हमसे कि तुम अपने प्यार का इज़हार क्यों नहीं करतेलोग पूछते हैं हमसे कि तुम अपने प्यार का इज़हार क्यों नहीं करतेतो हमने कहा जो लफ़्ज़ों में बयां हो जाए हम उनसे प्यार उतना नहीं करते
दिल ही दिल में हम तुमसे प्यार करते हैंदिल ही दिल में हम तुमसे प्यार करते हैंहम ऐसे हैं जो मोहब्बत में जाँ निसार करते हैंनिगाहें मिलाते हैं अक्सर लोगों से छुपाकरजैसे किसी गुनाह को यारो गुनाहगार करते हैं
जज़्बात मेरे कहीं कुछ खोये हुए से हैंजज़्बात मेरे कहीं कुछ खोये हुए से हैंकहूँ कैसे हम उनसे थोड़ा शर्माए हुए से हैंपर आज न रोक सकूंगा जज़्बातों को मैं अपनेकरते हैं प्यार हम उनसे पर थोड़ा घबराये हुए से हैं