तेरी तस्वीरों में कुछ यादें मेरी भी हैंतेरी तस्वीरों में कुछ यादें मेरी भी हैंकुछ पलों की बातें अधूरी भी हैं
तुम मुझे हँसी-हँसी में खो तो दोगेतुम मुझे हँसी-हँसी में खो तो दोगेपर याद रखना फिर आंसुओं में ढ़ूंढ़ोगे
दूर है आपसे तो कुछ गम नहीं!दूर है आपसे तो कुछ गम नहींदूर रह कर भूलने वाले हम नहींरोज़ मुलाक़ात न हो तो क्या हुआआपकी याद आपकी मुलाक़ात से कम नहीं
कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्तकुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्तवरना तुझ को याद करने की खता हम बार-बार न करते
हर पल ने कहा एक पल सेहर पल ने कहा एक पल सेपल भर के लिये आप मेरे सामने आ जाओ..पल भर का साथ कुछ ऐसा हो..कि हर पल तुम ही याद आओ
उनसे दूर जाने का इरादा तो न थाउनसे दूर जाने का इरादा तो न थासदा-साथ रहने का भी वादा तो न थावो याद आयेगा, ये जानते थे हमपर इतना याद आयेगा, अंदाज़ा तो न था