छुपाने लगा हूँ आजकल कुछ राज अपने आप सेछुपाने लगा हूँ आजकल कुछ राज अपने आप सेसुना है कुछ लोग मुझको मुझसे ज्यादा जानने लगे हैं
वो जो हममें तुममें क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद होवो जो हममें तुममें क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद होवही यानी वादा निबाह का तुम्हें याद हो कि न याद होवह जो लुत्फ़ मुझपे थे पेश्तर वह करम कि था मेरे हाल परमुझे सब है याद ज़रा-ज़रा तुम्हें याद हो कि न याद हो।
वो अपनी ज़िंदगी में हुआ मशरूफ इतनावो अपनी ज़िंदगी में हुआ मशरूफ इतनावो किस-किस को भूल गया उसे यह भी याद नहीं
उनके होंठों पे मेरा नाम जब आया होगाउनके होंठों पे मेरा नाम जब आया होगाख़ुद को रुसवाई से फिर कैसे बचाया होगासुन के फ़साना औरों से मेरी बर्बादी काक्या उनको अपना सितम न याद आय होगा