बैठे थे अपनी याद लेकर कि अचानक चौंक उठेबैठे थे अपनी याद लेकर कि अचानक चौंक उठेकिसी ने शरारत से कह दिया सुनो वो मिलने आये हैं
कभी कभी इतनी शिद्दत से आपकी याद आती हैकभी कभी इतनी शिद्दत से आपकी याद आती हैमैं पलकों को मिलाता हूँ, तो आँखें भीग जाती हैं
मेरे इश्क ने सीख ली हैमेरे इश्क ने सीख ली है, अब वक़्त की तकसीम..वो मुझे बहुत कम याद आता हैसिर्फ इतना - दिल की हर एक धड़कन के साथ
किसी का क्या जो क़दमों पर जबीं-ए-बंदगी रख दीकिसी का क्या जो क़दमों पर जबीं-ए-बंदगी रख दीहमारी चीज़ थी हमने जहां जानी वहां रख दीजो दिल माँगा तो वो बोले ठहरो याद करने दोज़रा सी चीज़ थी हमने जाने कहाँ रख दी
सोचता हूँ किसोचता हूँ कि, कभी भी अब तुझे याद नहीं करूँगाफिर सोचता हूँ एक ये फ़र्क़ तो रहने दो हम दोनों में
मेरी यादों में तुम होमेरी यादों में तुम हो, या मुझ में ही तुम होमेरे खयालों में तुम हो, या मेरा ख़याल ही तुम हो