हमनॆ अपनॆ नसीब सॆ ज्यादा अपनॆ दोस्तों पॆ भरोसा रखा हैहमनॆ अपनॆ नसीब सॆ ज्यादा अपनॆ दोस्तों पॆ भरोसा रखा है,......क्योंकि नसीब तो बहुत बार बदला हपर हमनॆं दोस्त नहीं बदलॆ।!
भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूब करभीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूब करइस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे खयालों जैसी
मेरी तलाश में दीवानगी का आलम है मेरी तलाश में दीवानगी का आलम हैशबे फ़िराक में लाचारगी का आलम हैमुझे नसीब से ऐसा सफ़र मयस्सर हजहाँ पे आपकी दरियादिली का आलम ह
रात का अँधेरा सुबह में बदल गयारात का अँधेरा सुबह में बदल गयातेरा ख्वाब ख्यालो में बदल गयाअब तो याद करले.तुझ बिन एक पल मेरा सदियो में बदल गया
सुना है जब वो मायूस होते हैंसुना है जब वो मायूस होते हैतो हमें बहुत याद करते हैंतू ही बता ऐ खुदा अब दुउनकी खुशी की करुँ या मायूसी की
दूरियां ही दोस्तों को नज़दीक लाती हैंदूरियां ही दोस्तों को नज़दीक लाती हैंदूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैंदूर रहकर है करीब दोस्त कितनादूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं