नन, मोहब्बत का कोई क़ुसूर नहीं, उसतो मुझसे रूठना ही था ! दिल मेरा शीशसा साफ़, और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था
जिंदगी में कभी ऐसा मोड़ आएगा सोचा ना थाजिंदगी में कभी ऐसा मोड़ आएगा सोचा ना थाजिसके लिए जीती हूँ वो छोड़ जाएगा सोचा ना थासच्ची मोहब्बत की थी मैंने कोई खिलवाड़ नहीं थाबदले में वो रिश्ता तोड़ जाएगा सोचा ना था