ज़िस्म से मेरे तडपता दिल कोई तो खींच लोज़िस्म से मेरे तडपता दिल कोई तो खींच लो;मैं बगैर इसके भी जी लूँगा मुझे अब ये यकीन है
इतना भी इख्तियार नहीं मुझको वज़्म मेंइतना भी इख्तियार नहीं मुझको वज़्म मेंशमाएँ अगर बुझें तो मैं दिल को जला सकूँ
मुझे मालूम है मैं उस के बिना ज़ी नहीं सकतामुझे मालूम है मैं उस के बिना ज़ी नहीं सकताउस का भी यही हाल है मगर किसी और के लिए।
उसकी जफ़ाओं ने मुझे एक तहज़ीब सिखा दी है 'फ़राज़'उसकी जफ़ाओं ने मुझे एक तहज़ीब सिखा दी है 'फ़राज़'मैं रोते हुए सो जाता हूँ पर शिकवा नहीं करता
एक खिलौना टूट जाएगा नया मिल जाएगाएक खिलौना टूट जाएगा नया मिल जाएगामैं नहीं तो कोई तुझ को दूसरा मिल जाएगाभागता हूँ हर तरफ़ ऐसे हवा के साथ साथजिस तरह सच मुच मुझे उस का पता मिल जाएगा
मैंने रब से कहा वो चली गयी मुझे छोड़करमैंने रब से कहा वो चली गयी मुझे छोड़करउसकी जाने क्या मज़बूरी थीरब ने मुझसे कहा इसमें उसका कोई कसूर नहींयह कहानी मैंने लिखी ही अधूरी थी