वहाँ तक तो साथ चलो जहाँ तक साथ मुमकिन हैवहाँ तक तो साथ चलो जहाँ तक साथ मुमकिन हैजहाँ हालात बदलेंगे वहाँ तुम भी बदल जाना
दिल की हालात बताई नहीं जातीदिल की हालात बताई नहीं जातीहमसे उनकी चाहत छुपाई नहीं जातीबस एक याद बची है उनके चले जाने के बादहमसे तो वो याद भी दिल से निकाली नहीं जाती
ये जो हालात हैं यकीनन एक दिन सुधर जायेंगेये जो हालात हैं यकीनन एक दिन सुधर जायेंगेपर अफसोस के कुछ लोग दिलों से उतर जायेंगे
तुम ने चाहा ही नहीं हालात बदल सकते थेतुम ने चाहा ही नहीं हालात बदल सकते थेतेरे आाँसू मेरी आँखों से निकल सकते थेतुम तो ठहरे रहे झील के पानी की तरहदरिया बनते तो बहुत दूर निकल सकते थे
कोई हालात नहीं समझताकोई हालात नहीं समझताकोई जज़्बात नहीं समझताये तो बस अपनी अपनी समझ हैकोई कोरा कागज़ भी पढ़ लेता हैतो कोई पूरी किताब नहीं समझता