मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहींमुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहींचमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए
मुहब्बत के लिए इक ज़िंदगी कम पड़ गयी होगीमुहब्बत के लिए इक ज़िंदगी कम पड़ गयी होगीतभी तो सात जन्मों का खुदा ने कर दिया बंधन