कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्तेकुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्तेहर कदम पर काँच बन कर जख्म देते हैं
पल पल के रिश्ते का वादा है आपसेपल पल के रिश्ते का वादा है आपसेअपनापन कुछ इतना ज्यादा है आपसेना सोचना कि भूल गए हम आपकोज़िन्दगी भर चाहेंगे ये वादा है आपसे
छुपे-छुपे से रहते हैं सरेआम नही हुआ करतेछुपे-छुपे से रहते हैं सरेआम नही हुआ करतेकुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते
रिश्ते किसी से कुछ यूँ निभा लोरिश्ते किसी से कुछ यूँ निभा लो, कि उसके दिल के सारे गम चुरा लोइतना असर छोड दो किसी पे अपना, कि हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो
हर रिश्ते में विश्वास रहने दोहर रिश्ते में विश्वास रहने दोजुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दोयही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने कान खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो