प्यार करना हर किसी के बस की बात नहींप्यार करना हर किसी के बस की बात नहींजिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिए
कुछ तो मेरे पिंदार-ए-मोहब्बत का भरम रखकुछ तो मेरे पिंदार-ए-मोहब्बत का भरम रखतू भी तो कभौ मुझको मनाने के लिये आपिंदार-ए-मोहब्बत : प्यार का अभिमाभरम: भ्र
कोई कहता है प्यार नशा बन जाता हैकोई कहता है प्यार नशा बन जाता हैकोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता हैपर प्यार करो अगर सच्चे दिल सेतो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है
सिर्फ बिछड़ जाने से ही तो रिश्ता खतम नहीं होतासिर्फ बिछड़ जाने से ही तो रिश्ता खतम नहीं होताप्यार वो कुआ है जिसका पानी कभी कम नहीं होता
एक बार उसने कहा था मेरे सिवा किसी से प्यार ना करनाएक बार उसने कहा था मेरे सिवा किसी से प्यार ना करनाबस फिर क्या था तब से मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा
ना हथियार से मिलते हैं ना अधिकार से मिलते हैंना हथियार से मिलते हैं ना अधिकार से मिलते हैंदिलों पर कब्जे तो बस प्यार और प्यार से मिलते हैं