ना हथियार से मिलते हैं ना अधिकार से मिलते हैंना हथियार से मिलते हैं ना अधिकार से मिलते हैंदिलों पर कब्जे तो बस प्यार और प्यार से मिलते हैं
जिस्म तो बहुत संवार चुके रूह का सिंगार कीजियेजिस्म तो बहुत संवार चुके रूह का सिंगार कीजियेफूल शाख से न तोड़िए खुशबुओं से प्यार कीजिये
सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहींसब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहींदूर वो मुझसे हैं पर मैं खफा नहींमालूम है अब भी वो प्यार करते हैं मुझसेवो थोड़ा सा जिद्दी है, मगर बेवफा नहीं
अगर तुम किसी को दिल की गहराइयों से चाहोंअगर तुम किसी को दिल की गहराइयों से चाहोंतो ये उम्मीद मत करो कि वो भी तुम्हे चाहेलेकिन चाहों उसे इस कदर टूट के कितुम्हारे सिवा किसी और का प्यार उसे पसंद ही न आए।
ना चाहो किसी को ऐसे किना चाहो किसी को ऐसे किचाहत आपकी मज़बूरी बन जाएपर चाहो किसी को इतना किआपका प्यार उसके लिए जरुरी बन जाए
जिस दिल में बसा था प्यार तेराजिस दिल में बसा था प्यार तेरावो दिल तो कभी का तोड़ दियाबदनाम ना होने देंगे तुझे इसलिएतेरा नाम भी लेना छोड़ा दिया