झूठा निकला क़रार तेराझूठा निकला क़रार तेराअब किसको है ऐतबार तेरादिल में सौ लाख चुटकियाँ लींदेखा बस हम ने प्यार तेरादम नाक में आ रहा था अपनेथा रात ये इंतिज़ार तेराकर ज़बर जहाँ तलक़ तू चाहेमेरा क्या, इख्तियार तेरालिपटूँ हूँ गले से आप अपनेसमझूँ कि है किनार तेरा"इंशा" से मत रूठ, खफा होहै बंदा जानिसार तेरा
अब मेरा दिल कोई मज़हब न मसीहा माँगेअब मेरा दिल कोई मज़हब न मसीहा माँगेये तो बस प्यार से जीने का सलीका माँगेऐसी फ़सलों को उगाने की ज़रूरत क्या हैजो पनपने के लिए ख़ून का दरिया माँगेंसिर्फ़ ख़ुशियों में ही शामिल है ज़माना साराकौन है वो जो मेरे दर्द का हिस्सा माँगेज़ुल्म है, ज़हर है, नफ़रत है, जुनूँ है हर सूज़िन्दगी मुझसे कोई प्यार का रिश्ता माँगेये तआलुक है कि सौदा है या क्या है आख़रलोग हर जश्न पे मेहमान से पैसा माँगेंकितना लाज़म है मुहब्बत में सलीका ऐ'अज़ीज़'ये ग़ज़ल जैसा कोई नर्म-सा लहज़ा माँगे
उसको चाहा पर इज़हार करना नहीं आयाउसको चाहा पर इज़हार करना नहीं आयाकट गई उम्र हमें प्यार करना नहीं आयाउसने कुछ माँगा भी तो मांगी जुदाईऔर हमें इंकार करना नहीं आया
सब कुछ है मेरे पास बस दिल की दवा नहींसब कुछ है मेरे पास बस दिल की दवा नहींदूर वो मुझसे है पर मैं उस से खफा नहींमालूम है अब भी प्यार करता हैं वो मुझसेवो थोडा सा जिद्दी है लेकिन बेवफा नहीं
तेरी आवाज़ की शहनाइयों से प्यार करते हैंतेरी आवाज़ की शहनाइयों से प्यार करते हैंतस्सवुर में तेरे तन्हाईओं से प्यार करते हैंजो मेरे नाम से तेरे नाम को जोड़ें ज़माने वालेअब हम उन चर्चों से प्यार करते हैं
आपकी याद दिल को बेकरार करती हैआपकी याद दिल को बेकरार करती हैनज़र तालाश आपको बार-बार करती हैगिला नहीं जो हम हैं दूर आपसेहमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है