फ़िज़ा को महकाती शाम हो तुमफ़िज़ा को महकाती शाम हो तुमप्यार में छलकता जाम हो तुमतुम्हें दिल में छुपाये फिरते हैंमेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम
तेरी आवाज़ की शहनाइयों से प्यार करते हैंतेरी आवाज़ की शहनाइयों से प्यार करते हैंतस्सवुर मैं तेरे तन्हाइयों से प्यार करते हैंजो मेरे नाम से तेरे नाम को जोड़े ज़माने वालेउन चर्चों से अब हम प्यार करते हैं
संगमरमर के महल में तेरी ही तस्वीर सजाऊंगासंगमरमर के महल में तेरी ही तस्वीर सजाऊंगामेरे इस दिल में ऐ प्यार तेरे ही ख्वाब सजाऊंगायूँ एक बार आजमा के देख तेरे दिल में बस जाऊंगामैं तो प्यार का हूँ प्यासा जो तेरे आगोश में मर जाऊॅंगा
हम फिर उनके रूठ जाने पर फ़िदा होने लगेहम फिर उनके रूठ जाने पर फ़िदा होने लगेफिर हमे प्यार आ गया जब वो ख़फ़ा होने लगे
कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगाकब तक वो मेरा होने से इंकार करेगाखुद टूट कर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगाइश्क़ की आग में उसको इतना जला देंगेकि इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाजार करेगा
मेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी हैमेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी हैतो हर दुआ में बस तेरी वफ़ा माँगी हैजिस प्यार को देख कर दुनिया वाले जलते हैंतेरी मोहब्बत करने की बस वो एक अदा माँगी है