नफरतों के जहान में हमको प्यार की बस्तियां बसानी हैंनफरतों के जहान में हमको प्यार की बस्तियां बसानी हैंदूर रहना कोई कमाल नहीं, पास आओ तो कोई बात बने
कितना प्यार है तुमसेकितना प्यार है तुमसे, वो लफ्ज़ों के सहारे कैसे बताऊँमहसूस कर मेरे एहसास को, अब गवाही कहाँ से लाऊँ
ज़िंदगी हसीं है इससे प्यार करोज़िंदगी हसीं है इससे प्यार करोहर रात की नयी सुबह का इंतज़ार करोवो पल भी आएगा, जिसका आपको इंतज़ार हैबस अपने रब पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो