हमने ये शाम चराग़ों से सजा रक्खी हैहमने ये शाम चराग़ों से सजा रक्खी है;आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैंहवा टकरा रही है शमा से बार-बार;और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रक्खी है
उम्मीदों की समां दिल में मत जलानाउम्मीदों की समां दिल में मत जलानाइस जहां से अलग दुनिया मत बसानाआज बस मूड में था तो मैसेज कर दियापर रोज इंतज़ार में पलके मत बिछाना
वो आपका पलके झुका के मुस्कुरानावो आपका पलके झुका के मुस्कुरानावो आपका नजरें झुका के शर्मनावैसे आपको पता है या नहीं हमें पता नहींपर इस दिल को मिल गया है उसका नज़राना
वो सामने थी और हम पलके उठा ना सकेवो सामने थी और हम पलके उठा ना सकेचाहते थे पर पास उनके जा ना सकेना देख ले वो अपनी तस्वीर हमारी आँखों मेंबस यही सोच कर हम उनसे नज़रे मिला ना सके
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिलधडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिलअभी तो पलकें झुकाई हैं मुस्कुराना अभी बाकी है उनका