वो अपने फायदे की खातिर फिर आ मिले थे हमसेवो अपने फायदे की खातिर फिर आ मिले थे हमसेहम नादाँ समझे कि हमारी दुआओं में असर बहुत है
ना किया कर अपने दर्द को शायरी में ब्यान ऐ नादान दिलना किया कर अपने दर्द को शायरी में ब्यान ऐ नादान दिलकुछ लोग टूट जाते हैं इसे अपनी दास्तान समझकर