मिली दौलतमिली दौलत, मिली शोहरमिली दौलत, मिली शोहरत, मिला है मान उसको क्योंमौका जानकर अपनी जो बात बदल जाता हैकिसी का दर्द पाने की तमन्ना जब कभी उपजेजीने का नजरिया फिर उसका बदल जाता हैचेहरे की हकीकत को समझ जाओ तो अच्छा हैतन्हाई के आलम में ये अक्सर बदल जाता हैकिसको दोस्त माने हम और किसको गैर कह दें हमजरुरत पर सभी का जब हुलिया बदल जाता हैदिल भी यार पागल है ना जाने दीन दुनिया कोकिसी पत्थर की मूरत पर अक्सर मचल जाता हैक्या बताएं आपको हम अपने दिल की दास्ताँजितना दर्द मिलता है ये उतना संभल जाता है
सब कुछ मिला सुकून की दौलत न मिलीसब कुछ मिला सुकून की दौलत न मिलीएक तुझको भूल जाने की मोहलत न मिलीकरने को बहुत काम थे अपने लिए मगरहमको तेरे ख्याल से कभी फुर्सत न मिली
दोस्तों को भी मिले दर्द की दौलत या रबदोस्तों को भी मिले दर्द की दौलत या रबमेरा अपना ही भला हो मुझे मंज़ूर नहीं
लम्हों की दौलत से दोनों ही महरूम रहेलम्हों की दौलत से दोनों ही महरूम रहेमुझे चुराना न आया, तुम्हें कमाना न आया
सब कुछ मिला सुकून की दौलत न मिलीसब कुछ मिला सुकून की दौलत न मिलीएक तुझको भूल जाने की मोहलत न मिलीकरने को बहुत काम थे अपने लिए मगरहमको तेरे ख्याल से कभी फुर्सत न मिली