बस यही बात कि लोगों को ना चाहों दिल सेबस यही बात कि लोगों को ना चाहों दिल सेतज़ुर्बे इस के सिवा उम्र को क्या देते हैं
काम अब कोई न आएगा बस इक दिल के सिवाकाम अब कोई न आएगा बस इक दिल के सिवारास्ते बंद हैं सब कूचा-ए-क़ातिल के सिवा
सब भूल जाता हूँ आप के सिवासब भूल जाता हूँ आप के सिवा, यह क्या मुझे हुआ हैक्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है