बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठेबैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठेआ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया
बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठेबैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठेआ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया